जहरीले जंतुओं के डर के बीच,घुप्प अंधेरे में पिछले 8 दिन से जीवन जीने को मजबूर

शामगढ@गाेेविन्दसिह परिहार शामगढ तह के मेलखेड़ा पंचायत के ग्राम सकरिया खेड़ी बाशिंदे। सबसे ढीट विभागों में कुख्यात विद्युत विभाग की कारस्तानी देखिए, विगत 26 सितंबर को रात 9 बजे जला था गांव सकरिया खेड़ी का घरेलू लाइट का ट्रांसफार्मर , तब से असहाय ग्रामीण काट रहे नेताओं और विद्युत विभाग के चक्कर,आज 4 अक्टोबर शाम तक जिम्मेदारों के पास कोई जवाब नही है। मौसम फसल कटाई का चल रहा है इसलिए ग्रामीण क्षेत्र में सांप बिच्छू आदि के काटने की ज्यादा घटनाएं होने से ग्रामवासी भयभीत है, रही सही कसर घातक बीमारियों के डंक से लैस मच्छरों ने पूरी कर दी है, ना बल्ब चलता है ,ना पंखा और ना ही आलआउट। ना तो नेता सुन रहे हैं ना ही अधिकारी। कभी ट्रांसफार्मर न होने का बहाना बनाते तो कभी बोलते एक भी बिल बाकी रहा तब तक किसी भी घर मे नही देंगे लाइट। देखते है चुनावी मौसम के बीच पक्ष-विपक्ष में से कोन इन नागरिकों की मांग को तवज्जो देता है। या शायद इन लोगों से वोट की जरूरत किसी को नही पड़ेगी।