कार्य पर्ण न होने से ग्रामीण परेशान 181पर शिकायत के बाद भी नही हो रही सुनवाई





मंदसौर जिले के असावती गांव में
कार्य अवधि पूर्ण हुुवे 9 माह हो गये, लेकिन प्रधानमंत्री सडक के अंतर्गत आने वाले गांव असावती की सीसी रोड का कार्य अभी तक नहीं हुआ ग्रामीण परेशान ,हरिजन मोहल्ले के रास्ते की हालत बहुत खराब।
चंन्दवासा से मंन्दसौर के रोड को सिधा मिलने वाला संडक असावती से हरिपुरा होकर कुरावन का रोड भी अभी तक अधुरा पडा है ,इस संडक को दिनाक 10अक्टुम्बर 2015को स्वीकृति मिलि थी जिसका कार्य पुर्ण करने की अवधि 31मार्च 2017थी लेकीन इस कार्य अवधि से 9 माह ज्यादा हो गया है।
जिसकी वजह से गाव का रास्ता किचड से खराब हो रहा है स्थिती इतनी खराब हो गई है कि इस जल भराव के कारण गांव के बच्चे बिमार तक हो जाते है गांव वालो ने कई बार शिकायत की मगर कान मे रुई डालकर बेठे अधिकारी ये बात सुनने को तैयार नही है
 यह रास्ता चंन्दवासा से असावती होकर हरिपुरा शामगढ व मंन्दसौर को निकल रहा है जिसमे दिनभर सेकडो वाहन निकलते है जिसकी स्थिति बहुत खराब है वहां के लोग जनता बहुत परेशान हैं लेकिन PWD के ठेकेदार की कोई फर्क नही पड़ रहा है
व कोई ध्यान नहीं दे रहा है ,जिसकी वजह से यहा के लोगो को नरक से बत्तर ज़िन्दगी जीना पड रही है मालवा सनसनी न्यूज के संवाददाता गोविंद सिंह पडिहार को इन लोगो ने अपनी परेशानी बताई
इस रास्ते की हालात इतने खराब है की बहुत सी बार बच्चै  किचड मे गिर जाते है व वाहन से भी लोग झिकड जाते है आसपास के घर वाले की परेशानी बहुत है, पिछले दिनो खेरखेडी का ट्रैक्टर भी पलटी खा जाने से गैहु से भरा तो जिससे गैहु खराब हो गये थे यहा पर कई बार हादसे हो चुके है
ग्रामिणो ने बताया की हमने 181पर भी कई बार शिकायत की लेकीन कोई संतोषजनक जवाब अभी तक नही मिला
ग्राम पंचायत के सरपंच मदनसिह राणा से बात की तो उन्होंने बताया कि ये रास्ता प्रधानमंत्री सडक योजना के अन्तर्गत आता है हमारी पंचायत का कोई रोल नही है इसमे।
अब प्रश्न ये है  की कब कान में रुई डाले अधिकारी कब तक कान की रुई हटाकर जागते है और इस गांव की समस्या हल करते हैओर कब प्रधानमंत्री का स्वच्छ भारत अभियान का सपना पुरा
ये रास्ता आखिर कब तक परेशानी झेलेगा और कब मिलेगी राहत

शामगड से गोविन्दसिह पडिहार की रिपोर्ट

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

शामगढ 15 किलोमीटर गांव अगर मे राहुल पिता देवीलाल की करंट लगने से मौत।

पर्यटन स्थल के लिए चयनित हुए कोटेश्वर महादेव ओर सेवाकुंज लदुना