अब मध्य प्रदेश के स्कूलों मैं भी पढ़ाई जाएगी महारानी पद्मावती का इतिहास



भोपाल| पद्मावती फिल्म को लेकर देश भर में हो रहे विवाद के बीच मध्य प्रदेश में महारानी पद्मावती को लेकर रोजाना नई घोषणाएं की जा रही है| मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान फिल्म पद्मावती को एमपी में बैन कर चुके हैं और पद्मावती का स्मारक बनाये जाने का भी एलान किया गया है, वहीं पुरस्कार की भी घोषणा की गई| अब पद्मावती के इतिहास को स्कूल के बच्चे भी जान सके इसके लिए अगले सत्र से प्रदेश के स्कूलों में रानी पद्मावती की कहानी पढ़ाई जायेगी| बुधवार को उज्जैन में राजपूत समाज की ओर से महाकाल वाणिज्य केंद्र में आयोजित सम्मान कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने यह घोषणा की है| 

मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि किताबों के जरिए अब हम अपने बच्चों को पद्मावती के महानताओं के बारे में बताएंगे। चित्तौड़ की रानी पद्मावती के पाठ को अगले शैक्षणिक सत्र से राज्य में स्कूल के पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा| उन्होंने कहा कि राजमाता पद्मावती का पूरा जीवन चरित्र, उनके त्याग, तपस्या एवं वीरता को आने वाली पीढ़ियां जान सके, इसलिए अगले सत्र से स्कूल के पाठ्यक्रम में उनका चरित्र सम्मिलित किया जाएगा, ताकि सही इतिहास आने वाली पीढ़ी और लोग जान सकें| 

बता दें कि 'पद्मावती'  फिल्म का देशभर में कई जगहों पर लगातार विरोध हो रहा है। विरोध की वजह से फिल्म की रिलीज डेट भी टाल दी गई है। अब फिल्म 1 दिसंबर को रिलीज नहीं होगी हालांकि नई डेट का अभी ऐलान नहीं किया गया है । वहीं मध्य प्रदेश में इस फिल्म की रिलीज़ पर सरकार ने रोक लगा दी है| सीएम शिवराज ने राजधानी भोपाल में घोषणा की थी कि यदि ऐतिहासिक तथ्यों के साथ खिलवाड़ कर रानी पद्मावती के सम्मान के खिलाफ फिल्म 'पद्मावती' में दृश्य रखे गये तो इसे मध्यप्रदेश की धरती पर प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी जाएगी| 

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