गरोठ हीरो शोरूम संचालक अंतिम डपकरा ने तो सारी भ्रष्टाचार की हदें ही तोड़ दी पत्रकार को भी नहीं छोड़ा उसका भी बीमा क्लेम का पैसा अपने खाते में डलवा लिया
राहुल प्रजापति आईबीए न्यूज नेटवर्क गरोठ ब्यूरो
गरोठ@गरोठ हीरो शोरूम संचालक ने किया,,, अपने खाते में पैसे डलवाने का भ्रष्टाचार अभी तक लाखों रुपए अपने खाते में डलवा चुका है यह शोरूम संचालक उसका काम ही यही है गरीब लोगों के बीमा क्'लेम के पैसे अपने खाते में डलवाने का इस आदमी ने पत्रकार को नहीं छोड़ा तो आम जनता से तो उम्मीद भी नहीं की जा सकती भ्रष्टाचार की दुनिया का बेताज बादशाह यह यह हीरो गरोठ शोरूम संचालक इसके सिर पर जूं तक नहीं रेंगी फाइनेंस से लेकर बीमा क्लेम के पैसे तक यह शोरूम संचालक खा जाता है हम अनुमान यही से लगा सकते हैं कि इसने पत्रकार के पैसे तक अपने खाते में डलवा लिए है और कितने ही लोगों के पैसे अपने खाते में डलवा चुका है यह भ्रष्टाचारी गरोठ हीरो शोरूम संचालक अंतिम डपकरा गरोठ में किसी भी व्यक्ति से पूछ लो इसके कारनामे किसी भी व्यक्ति को नहीं छोड़ता यह व्यक्ति सभी के पैसे अपने खाते के डलवाने के चक्कर में रहता है बस गाड़ी का एक्सीडेंट होना चाहिए फिर तो इसकी दाल जरूर गलेगी क्योंकि यह काम होने के बाद उसका आम का पेड़ पक जाता है इसने तो भ्रष्टाचार की सारी हदें ही तोड़ दी लोगों को बोलता क्या है और बीमा क्लेम के पैसे देता क्या है यह बात गरोठ के आसपास के क्षेत्र की जनता भी नहीं जान पाई है पूरे प्रमाण के साथ कुछ ही दिन बाद इस भ्रष्टाचारी शोरूम संचालक अंतिम डबकरा की पोल खोली जायेगी
गरोठ@गरोठ हीरो शोरूम संचालक ने किया,,, अपने खाते में पैसे डलवाने का भ्रष्टाचार अभी तक लाखों रुपए अपने खाते में डलवा चुका है यह शोरूम संचालक उसका काम ही यही है गरीब लोगों के बीमा क्'लेम के पैसे अपने खाते में डलवाने का इस आदमी ने पत्रकार को नहीं छोड़ा तो आम जनता से तो उम्मीद भी नहीं की जा सकती भ्रष्टाचार की दुनिया का बेताज बादशाह यह यह हीरो गरोठ शोरूम संचालक इसके सिर पर जूं तक नहीं रेंगी फाइनेंस से लेकर बीमा क्लेम के पैसे तक यह शोरूम संचालक खा जाता है हम अनुमान यही से लगा सकते हैं कि इसने पत्रकार के पैसे तक अपने खाते में डलवा लिए है और कितने ही लोगों के पैसे अपने खाते में डलवा चुका है यह भ्रष्टाचारी गरोठ हीरो शोरूम संचालक अंतिम डपकरा गरोठ में किसी भी व्यक्ति से पूछ लो इसके कारनामे किसी भी व्यक्ति को नहीं छोड़ता यह व्यक्ति सभी के पैसे अपने खाते के डलवाने के चक्कर में रहता है बस गाड़ी का एक्सीडेंट होना चाहिए फिर तो इसकी दाल जरूर गलेगी क्योंकि यह काम होने के बाद उसका आम का पेड़ पक जाता है इसने तो भ्रष्टाचार की सारी हदें ही तोड़ दी लोगों को बोलता क्या है और बीमा क्लेम के पैसे देता क्या है यह बात गरोठ के आसपास के क्षेत्र की जनता भी नहीं जान पाई है पूरे प्रमाण के साथ कुछ ही दिन बाद इस भ्रष्टाचारी शोरूम संचालक अंतिम डबकरा की पोल खोली जायेगी
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